nabard full form in hindi nabard full form full form of nabard what is nabard in hindi नाबार्ड फुल फॉर्म NABARD Full Form In Hindi– नाबार्ड एक विकास बैंक है, जो देश मे ग्रामीण क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करता है। यह कृषि एवं ग्रामीण विकास हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करता है। कृषि के अतिरिक्त यह छोटे उद्योगों, कुटीर उद्योगो और ग्रामीण परियोजनाओ के लिये विकास के लिये उत्तरदायी है। यह एक सर्वाधिक निकाय हैं , इसकी स्थापना सन 1982 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अधिनियम के 1981के तहत किया गया था।
What Is NABARD In hindi-
नाबार्ड भारत की एक ऐसी सर्वोच्च वित्तीय संस्थान है। नाबार्ड का मुख्यालय दिल्ली में स्थापित कराया गया है। नाबार्ड में 336 जिले कार्यालय है। सरकार स्वामित्व वाली संस्थानों मे से एक है। जिसका मुख्य उद्देश्य है, कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि को नाबार्ड बैंक से ऋण दिया जाता है। नाबार्ड बैंक से कृषि को बहुत अधिक वित्तीय सहायता मिलती है। कृषि क्षेत्र में दिया जाने वाला ऋण के क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों के साथ ग्रामीण क्षेत्र में जाता है। इसके अलावा यह वित्तीय समावेशन, नीति विकसित करने के लिए किया जाता है। भारत मे आबादी का एक हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में रहता है। जनसंख्या का 60% कृषि उत्पादों पर निर्भर रहता है।
- NABARD full form in hindi :- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक.
- NABARD full form in english :- national bank for agriculture and rural development.
इसका मुख्यालय मुंबई,महाराष्ट्र में है। नाबार्ड की स्थापना वर्ष 12जुलाई 1982मे किया गया था। नाबार्ड भारत मे स्थापित सबसे बड़ा बैंक है। नाबार्ड के द्वारा ही किसान को किसान क्रेडिट कार्ड मिलता है। नाबार्ड क्रेडिट कार्ड के द्वारा ही देश के सभी किसान ग्रामीण बैंकों से लोन ले सकते है। क्योंकि हमारे भारत की जनसंख्या कृषि उत्पाद पर निर्भर रहती है। क्योंकि सभी को अनाज और खाने की सभी चीज़े गाँव से ही किसान के उत्पादित खेती से प्राप्त होती है। नाबार्ड बैंको से क्रेडिट कर्ड की सहायता से किसानो को लोन लेने की अनुमति होती है।
Conclusion –
भारत में 75% से अधिक लोग क़ृषि पर निर्भर रहते है। नाबार्ड बैंक से किसानो को लोन लेने मे सहायता मिलती है और ग्रामीण लोगों को सामाजिक -आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायता मिलती है। जिससे उनकी खेती करने मे गुणवता अच्छी होती है, और भारत के लोग कृषि पर निर्भर रहते है। जिससे उनका भरोसा बना रहे किसान के ऊपर भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था के क्षमता निर्माण और ऋण सुविधा प्रदान करने की एक वित्तीय संस्थान होती है।