पटवारी कैसे बने

By Birm Gehlot

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दोस्तो पटवारी को लेखपाल और राजस्व अधिकारी भी कहते हैं । इस पद पर नियुक्त व्यक्ति को शहर और गांवों में पोस्टिंग की जाती हैं जिसके अधीन एक या एक से अधिक गांव होते होते हैं । पटवारी उस गांव से जुड़ी सारी जमीन की जानकारी रखता हैं । पहले आप यह जान ले कि पटवारी राज्य सरकार की एक अधिकारी होता है , अलग -अलग राज्यो में पटवारी या लेखपाल अलग – अलग नामो से जानते हैं । विभिन्न राज्यो में पटवारी भर्ती के लिए अलग -अलग शैक्षणिक योग्यता मांगते हैं । किसी राज्य मे इण्टर मीडिएट उसके साथ में कप्यूटर डिप्लोमा मांगते हैं तो किसी राज्य में ग्रेजुएट प्लस एक साल की कप्यूटर डिप्लोमा मांगते हैं । उम्मीदवार उम्र 18 से 38 साल के बीच होनी चाहिए। आरक्षण के हिसाब से उम्र में छूट की प्रवधान हैं उम्मीदवार बातो की पूर्ति करने बाद पटवारी के जॉब की आवेदन कर सकते हैं ।

Patwari Full Form In Hindi

खेती बारी की जमीनों तथा उसकी उपज मालगुजारी आदि का लेखा रखनेवाला एक सरकारी कर्मचारी

Patwari  के लिए योग्यता

दोस्तों पटवारी बनने के लिए अलग अलग राज्यों में लग अलग मांग रहती है , कहीं 12 वीं तथा कंप्यूटर में डिप्लोमा तथा कहीं ग्रेजुएशन तथा 1 वर्ष कंप्यूटर का कोर्ष , इसलिए पटवारी बनने के लिए आपको अपने क्षेत्र में जानकारी लेना होगा | लेकिन कंप्यूटर में डिप्लोमा का होना बहुत आवश्यक है | आपको किसी भी सरकारी संस्था से जैसे की DCA PGDCA आदि | इसके आलावा आपने पहले से BCA BSc computer science या BE किया होगा तो आपको किसी प्रकार की डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं होगी |

Patwari  हेतु आयु सीमा

एक वर्ष की आयु सीमा में छूट से अब 17 वर्ष की आयु वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकेंगे। खास बात यह है कि आयु की गणना अब 1 जनवरी 2021 से की जाएगी। राजस्था पटवारी भर्ती विस्तृत नोटिफिकेशन के लिए यहां क्लिक करें नई विज्ञप्ति के अनुसार आवेदक 1 जनवरी 2021 को 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुका हो और 40 वर्ष का नहीं हुआ हो।

Patwari Salary In Hand 

पटवारी पद के लिए सरकार के तरफ से प्रति माह वेतन निर्धारित किया गया हैं । पटवारी की वेतन 5000 से 20200 तक प्रति माह मिलता है।

Patwari Job Profile 

  • पटवारी राष्ट्रीय कार्य मे मदद करता है ।
  • कृषि गणना , पशु गणना तथा अन्य आर्थिक सर्वे में मदद करना ।
  • सरकारी भूमि, निजी भूमि , कृषि योग्य भूमि, आबादी भूमि का सूची रखना ।
  • भूमि का आबंटन और कब्जा दिलाना ।
  • आपदाओं के समय नुकसान हुए सम्पत्ति का मुआवजा दिलाना ।
  • आपदाओं के समय आपदा प्रबन्धन में सक्रिय रूप से भाग लेना ।
  • कृषि दुर्घटना बीमा , आय प्रमाण पत्र , जति प्रमाण पत्र , निवास प्रमाण पत्र , विधवा पेंशन , विकलांग पेंशन , वृद्धावस्था पेंशन
  • बनवाने में निदेशक को मदद करना

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Birm Gehlot

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