Ras Mains Syllabus 2021 in Hindi Pdf Ras Syllabus 2021 Pdf Ras Syllabus Pdf in Hindi Ras Mains Paper – हमारे द्वारा RPSC RAS Main Exam Syllabus 2021 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई |अगर आप RPSC RAS Main Exam Syllabus 2021 Paper 1 की तैयारी कर रहे हो तो पोस्ट आपके लिए अति महत्वपूर्ण है| इस आर्टिकल में RPSC RAS MAIN EXAM सिलेबस के बारे में जानकारी दी गई है साथ ही आप नीचे दी गई लिंक के द्वारा PDF डाउनलोड कर सकते है वे उम्मीदवार जिन्होंने इसका ऑनलाइन आवेदन किया है उनके लिए निवनतम एग्जाम पैटर्न दिया गया है| जो आपके लिए तैयारी करने में काम आएगा।
RPSC RAS Main Exam Syllabus 2021 Paper-1
Name of Recruiter | RPSC |
Post Name | RAS |
Exam Date | Update Soon |
Article Category | Latest Syllabus |
Official Website | www.rpsc.rajasthan.gov.in |
RPSC RAS (MAIN EXAM) Exam Pattern
प्रश्न पत्र | विषय सूची | अंक | अवधि |
1 | सामान्य अध्ययन -I | 200 | 3 घंटे |
2 | सामान्य अध्ययन -II | 200 | 3 घंटे |
3 | सामान्य अध्ययन -III | 200 | 3 घंटे |
4 | सामान्य हिंदी एव अंग्रेजी | 200 | 3 घंटे |
RPSC RAS (MAIN EXAM) Paper-1 Syllabus 2021 Topic Wise
प्रश्न पत्र – । (सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन )
इकाई । – इतिहास
खंड अ – राजस्थान का इतिहास , कला , संस्कृति , साहित्य परम्परा और धरोहर
- प्रागैतिहासिक काल से 18 वीं शताब्दी के अवसान तक राजस्थान के इतिहास के प्रमुख सोपान , महत्वपूर्ण राजवंश उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था ।
- 19 वी 20 वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं : किसान एवं जनजाति आन्दोलन , राजनीतिक जागृति स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण ।
- राजस्थान की धरोहर : प्रदर्शन व ललित कलाएं हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प मेले पर्व लोक संगीत व लोक नृत्य ।
- राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ |
- राजस्थान के संत लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियाँ |
खंड ब- भारतीय इतिहास एवं संस्कृति
- भारतीय धरोहर : सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएँ प्रदर्शन कलाएँ वास्तु परम्परा एवं साहित्य |
- प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन |
- 19 वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ईस्वी तक आधुनिक भारत का इतिहास महत्वपूर्ण घटनाक्रम , व्यक्तित्व और मुद्दे ।
- भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन इसके विभिन्न चरण व धाराएं प्रमुख योगदानकर्ता और देश के भिन्न भिन्न भागों से योगदान ।
- 19 वी 20 वीं शताब्दी में सामाजिक धार्मिक सुधार आन्दोलन |
- स्वातंत्र्योत्तर सुदृढीकरण और पुनर्गठन देशी रियासतों का विलय तथा राज्यों का भाषायी आधार पर पुनर्गठन |
खंड स- आधुनिक विश्व का इतिहास ( 1950 ईस्वी तक )
- पुनर्जागरण व धर्म सुधार ।
- प्रबोधन व औद्योगिक क्रांति ।
- एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद ।
- विश्व युद्धों का प्रभाव |
इकाई ।। – अर्थव्यवस्था
खण्ड अ – भारतीय अर्थशास्त्र
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र : कृषि , उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति , मुद्दे एवं पहल
- बैंकिंग : मुद्रा पूर्ति और उच्चाधिकार प्राप्त मुद्रा की अवधारणा , केन्द्रीय बैंक एवं वाणिज्य बैंकों की भूमिका एवं कार्यप्रणाली , अनर्जक परिसंपत्ति वित्तीय समावेशन , मौद्रिक नीति अवधारणा , उद्देश्य और साधन ।
- लोक वित्तः भारत में कर सुधार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर परिदान , नकद हस्तांतरण और अन्य संबंधी मुद्दे , भारत की वर्तमान राजकोषीय नीति |
- भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझान – विदेशी पूंजी की भूमिका , बहुराष्ट्रीय कंपनियां , सार्वजनिक वितरण प्रणाली , प्रत्यक्ष विदेशी निवेश , निर्यात- आयात नीति , 12 व वित्त आयोग , गरीबी उन्मूलन योजनाएं ।
खण्ड ब- वैश्विक अर्थव्यवस्था
- वैश्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ : विश्व बैंक , अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व व्यापार संगठन की भूमिका |
- विकासशील , उभरते और विकसित देशों की संकल्पना ।
- वैश्विक परिदृश्य में भारत।
खण्ड स- राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि , बागवानी , डेयरी और पशुपालन ।
- औद्योगिक क्षेत्र संवृद्धि और हाल के रूझान।
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्धि विकास और आयोजना |
- राजस्थान के सेवा क्षेत्र में वर्तमान में हुए विकास एवं मुद्दे ।
- राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं- उनके उद्देश्य और प्रभाव |
- राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल ।
- राज्य का जनांकिकी परिदृश्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव |
इकाई ।।।- समाजशास्त्र , प्रबंधन एवं व्यावसायिक प्रशासन
खण्ड अ- समाजशास्त्र
- भारत में समाजशास्त्रीय विचारों का विकास
- सामाजिक मूल्य
- जाति वर्ग और व्यवसाय
- संस्कृतिकरण
- वर्ण , आश्रम , पुरुषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था
- धर्म निरपेक्षता
- मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं
- राजस्थान के जनजातीय समुदाय – भील , मीणा एवं गरासिया
खण्ड ब – प्रबंधन
- प्रबंधन क्षेत्र , अवधारणा प्रबंधन के कार्य योजना आयोजन , स्टाफ , निर्देशन , समन्वय और नियंत्रण , निर्णय लेना अवधारणा प्रक्रिया और तकनीक ।
- विपणन की आधुनिक अवधारणा , विपणन मिश्रण- उत्पाद , मूल्य , स्थान और संवर्धन।
- धन के अधिकतमकरण की अवधारणा एवंम उद्देश्य , वित्त के स्त्रोत छोटी और लंबी अवधि , पूंजी संरचना , पूंजी की लागत।
- नेतृत्व और प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत , संचार प्रक्रिया , भर्ती , चयन , प्रेरण , प्रशिक्षण एवं विकास और मूल्यांकन प्रणाली के मूल सिद्धांत।
खण्ड स- व्यवसायिक प्रशासन
- वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक , कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत , जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन
- अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य , आंतरिक नियंत्रण , सामाजिक प्रदर्शन और कार्यकुशलता अंकेक्षण |
- विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत , बजटीय नियंत्रण।
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इस नोटिफिकेशन से सबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
RPSC RAS MAIN EXAM पेपर कितने अंको का होता है?
उत्तर: प्रत्येक पेपर 200 अंक का होता है
RPSC RAS (MAIN EXAM) पेपर में कितने प्रश्न आते है?
उत्तर: इस नोटीफिकेशन में देख सकते हैं
RPSC RAS (MAIN EXAM)पेपर में कितना समय मिलता है?
उत्तर: प्रत्येक पेपर 3 घंटे का होता है
RPSC RAS (MAIN EXAM) Syllabus in Hindi. ?
उत्तर: इस नोटिफिकेशन में आप देख सकते हो।