STD Full Form In Hindi:भारत एक प्रगतिशील देश है जिसमें हर दिन कुछ नया और बड़ा सोचा जाता है। यहां हर कोई दिन प्रतिदिन आधुनिकता से जुड़ते जा रहा है। ऐसे में यदि कोई आधुनिकता में अपने पैर रख दिया तो उसका बाहर निकल पाना असंभव सा हो जाता है। नए जमाने के आते आते हैं मोबाइल फोन और कॉल्स का तांता लग गया है। पहले के जमाने में दम नहीं हुआ करती थी तो लोग चिट्ठियों द्वारा बात किया करते थे। तू जब से मोबाइल का आविष्कार हुआ है
हर तरफ एक अलग ही उमंग और चहल-पहल उठ चुकी है। भारतीय जमाने के साथ छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में भी अपना एक मोबाइल फोन आ गया है। परंतु उस समय जब मोबाइल का आविष्कार हुआ था केवल एक ही फोन था जिससे हर जगह बात किया जाता था। वैसे ही आज के समय में किसी दूसरे देश या किसी दूसरे स्थान पर बात करने के लिए जो कर चुकाना पड़ता है उसके भी अलग मायने हैं।
क्या है STD?
एसटीडी तो सब ने सुना होगा किसी भी बाहर और विदेश में बात करने पर जो कर करता है उसे ही एसटीडी का नाम दिया गया है। वैसे तो एसटीडी कम से कम लागत में बात कराता है परंतु फिर भी इस में लगने वाले कर की गणना बहुत है।आज के लोग अपना भविष्य भारत को छोड़कर दूसरे देशों में बनाने चले गए हैं।अपने परिजन को विदेश और परदेस में जाता देख हर किसी का मन दुखी हो जाता है। ऐसे में मोबाइल फोन की मदद से उनकी आवाज और उनका चेहरा देखना किसी चमत्कार जैसा है।परंतु इसके लिए जो कर चुकाना पड़ता है उसे ही एसटीडी का नाम दिया गया है। STD वैसे तो हर बार कटता है परंतु जब कोई व्यक्ति उसका सब्सक्रिप्शन ले लेता है तो एसटीडी कर कुछ कम हो जाता है।
STD Full Form In Hindi
1.STD Full form in Hindi :- सब्सक्राइबर ट्रूंक डायलिंग
2.STD Full form in English :- Subscriber trunk dialing
STD का fullform
एसटीडी का फुल फॉर्म होता है सब्सक्रिप्शन ट्रंक डार्लिंग (subscriber trunk dialing) हिंदी मैं इसका मतलब होता है दूर देश में या किसी अन्य देश में बात करने पर लगने वाला कर। हिंदी में भी से सब्सक्राइबर ट्रंक डायलिंग ही कहते हैं। इसकी मांग आजकल बहुत ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि सब लोग बाहर देश में जाकर के अपना अपना कार्य कर रहे हैं।
Conclusion
मोबाइल फोन का वैसे तो बहुत सारा उपयोग है परंतु इसका अधिक उपयोग करना हानिकारक हो सकता है। कुछ लोग एसटीडी के नाम पर ज्यादा कर काट रहे हैं तो कुछ लोग पर्सनल हैकिंग कर रहे हैं। मोबाइल कॉल्स के द्वारा ही लोगों की सारी निजी जानकारियां और बैंक की जानकारियां लेकर के लूटपाट में जा रहे हैं। जहां पहले घर-घर में चहल-पहल रहती थी मोबाइल क्या जाने पर एक सन्नाटा सा छा गया है। मोबाइल का उपयोग करना सही है परंतु ज्यादा उपयोग करना बिल्कुल सही नहीं है। जरूरत के समय बस मोबाइल का उपयोग करें और बाकी समय अपने परिजन के साथ हंसी-खुशी रहे।