Top Private Medical Colleges in India

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मेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाने छात्रों में कॉलेज के चुनते( Choose college)को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित रहते हैं ।।इसके पीछे का कारण यह है  एक अच्छा कॉलेज और उसका अच्छा प्रबंधन उसके उज्ज्वल भविष्य बनाने में शिलान्यास का कार्य करता है।उच्च गुणवत्ता  पूर्ण कॉलेज  अन्य कॉलेजों की अपेक्षा कहीं अच्छा होता है ।वहां की शिक्षा प्रणाली में नई तकनीकी पद्धति(New technical method)का उपयोग किया जाता है। जिससे कि उनकी सृजनात्मक शक्ति(Creative power)का विकास होता है ।इन सब को देखते हुए कॉलेज में दाखिला लेने से पहले प्रत्येक छात्र के मन में कॉलेज की गुणवत्ता और कद के विषय में जानने के लिए बनी रहती है। भारत की माने तो यहां पर निजी कॉलेज की सरकारी कॉलेज की अपेक्षा अधिक है ।उन्हें 215 निजी कॉलेज में तकरीबन 27000 एमबीबीएस की डिग्री उपलब्ध कराते हैं। आज हम आपको ऐसे भारत के  10 शीर्ष निजी मेडिकल (Top Ten Private Medical Collage) के बारे में बताने जा रहे है।Mbbs Fees in India Private College 2020 , Private Medical Colleges in India Without Donation , Top 10 Medical Colleges in India , Best Private Medical Colleges in India , Mbbs Fees in India Private College 2020 , Minimum Fees for Mbbs in India in Private College

ये कॉलेजों को इस सूची में ऐसे ही नहीं शामिल किया गया यह देश में उपलब्ध रैंकिंग प्रणालियों के गहन शोध के अनुरूप थे उन्हें ही इसमें शामिल किया गया यानी शिक्षण प्रणाली की कैसोटी पर खरे उतरने वाले शिक्षण संस्थान को रखा गया है । नेक्स्ट एग्जाम एडमिशन लाउंज द्वारा किए गए शोध के बाद इनके गुणवत्ता  के आधार पर इनको क्रमबद्ध श्रेणी रखा गया है।

1.) मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर( CMC Vellore):- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर  (भारत) देश में शीर्ष क्रम के रखने के पीछे इसके शैक्षिक, स्वास्थ्य देखभाल और अनुसंधान संस्थानों में प्रथम श्रेणी में रखा गया है। वर्तमान में यह TN के वेल्लोर में CMC स्थित यह वर्ष 1900 में स्थापित एक गैर-मिनक शैक्षणिक संस्थान में रखा गया  है। आपको यह जान कर अच्छा महसूस होगा को इस कॉलेज  में मेडिकल, नर्सिंग के  अतिरिक्त संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान में शिक्षा देने वाले पूर्ण विकसित मेडिकल कॉलेज के रूप में उन्नतिशील रहा है  ।

2.) कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल( KMC Manipal):- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल ने वर्ष 1953 में निजी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ अपने जीवन का उदय किया। कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल, चिकित्सा चिकित्सा शिक्षा निरंतर प्रदान करने में कार्यरत है जो न केवल भारत में ही नहीं परन्तु यह पूरी दुनिया के अन्य देशों के छात्रों को भी आकृष्ट करता है।वर्तमान की बात करे तो 30 से अधिक देशों के छात्र हर वर्ष कॉलेज से प्रवेश और स्नातक प्रशक्षित होते हैं। इस कॉलेज से डिग्री  की मान्यता दुनिया भर में है। 

3.) सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज, बुरु (SJMC Bangaluru):-  सेन्ट जॉन मेडिकल कॉलेज, बैंगलोर को 1963 में इसकी आधारशिला रखी गई । इस कॉलेज की खासियत यह है कि इसमें  अस्पताल के अनुरूप स्थिति तैयार की गई है। इसके तहत सभी मेडिकल और सर्जिकल विभागों के लिए 1350 बेड उपलब्ध किए गए हैं, इसके अतिरिक्त सुपर स्पेशियलिटी विभाग भी शामिल किया हैं। इसमें 150 एमबीबीएस प्रविष्टियाँ होती हैं। अस्पताल और कॉलेज 132 एकड़ के बहुत हरे भरे यानी हरियाली परिसर में इसका निर्माण किया गया  है। 

4) अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कोच्चि (AIMS kochi):-  अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कोच्ची, इसे कोच्चि केरल में स्थित  होने के कारण से अमृता अस्पताल के नाम से भी जाना   जाता है, दक्षिण भारत के प्रमुख अस्पतालों के साथ ही मेडिकल कॉलेज में इसकी गिनती की जाती है। यह 1998 में माता अमृता नंद अमय देवी के माध्यम से स्थापित किया गया था, वर्तमान में यह दुनिया भर में एएमएमए के रूप उभर कर आया है। अमृता अस्पताल क्रॉस-स्पेशिएलिटी परामर्श के साथ ही साथ  प्राथमिक और विशेष देखभाल की अतिरिक्त  चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती है। 

5.) रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई(SRIHER,Chennai):-  श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नईभारत में शीर्ष स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालयों में स्थान  रखा गया  है और श्री रामचंद्र शैक्षिक और स्वास्थ्य ट्रस्ट माध्यम संचालित किया जाता है ।इसे1985 में स्थापित किया  गया। इसमें  वर्तमान की माने 250 एमबीबीएस प्रविष्टियाँ प्रतिवर्ष होती हैं। तीस वर्षों में संस्थान एक पूर्ण विकसित विश्वविद्यालय उभर कर गया है । लंबे समय बाद इसमें बड़ा  बदलाव देखा गया है।

 

6.) क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बैंगलोर (CMC Bangalore):- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल,  भारत के  जाने माने सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों  के अंतर्गत आता  है। इसका प्रबंधन का कार्यभार मिनक ईसाई समुदाय माध्यम किया जाता है। इसको 1894 में स्थापित किया गया कुछ समय बाद यही 1952 तक एक मेडिकल स्कूल के रूप में शुरू हो हुआ इसका परिवर्तित नाम  क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज कर दिया गया। यह  एक उन्नत एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए एक सभी लिंग मेडिकल कॉलेज के गुणवत्ता आयी है  यह एक अच्छे प्रशिक्षण संस्थान के रूप उभर कर आया  जो 1953 से इसके पहले प्रवेश के लिए लागू किया जाने लगा। 

 

7.) कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, ( KMC Manglore):- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैथुन में 1955 में इसकी स्थापना की गई, सरकारी वेनलॉक अस्पताल और सरकारी लेडी गोशेन अस्पताल की अत्याधुनिक ​​सुविधाओं का उपयोग   में लाया जा रहा  है।जिससे इसके प्रशिक्षण शैली 1961 से लेकर वर्तमान में  कॉलेज का प्री-क्लीनिकल सेक्शन मैन्स में शुरूआत की गई थी।आपको जानकर यह दिलचस्प लगेगा कि 1977 में कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैथ एक स्वतंत्र संस्थान बन गया था । यही नहीं इसमें दो सरकारी अस्पताल हैं और इसके अतिरिक्त कॉलेज में एक शिक्षण अस्पताल भी स्थापना भी की गई है। 

 

8.) जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च(JSS Academy of Higher Education & Research):-  जेएसएस अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च , कर्नाटक के मैसूरु में स्थित एक डीम्ड विश्वविद्यालय की श्रेणी में आता  है। यह 2008 में  इसकी स्थापना की गई थी । और इसकी स्थापना के बाद से ही यह शिक्षण, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं पर केंद्रस्थल हो गया ।  वर्तमान की माने इसमें 200 एमबीबीएस  कुल प्रविष्टियाँ हैं।

9.) रमाया मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बैंगलोर ( MSRMC, Bangalore):-  रमाया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बैंगलोर की स्थापना 1979 में गोकुला एजुकेशन फाउंडेशन की ओर की गई थी। आपको यह पता होना चाहिए कि वर्तमान में अस्पताल में 1,331 बिस्तर मुहैया कराए गए हैं और  इसके साथ ही सभी सुपर स्पेशलिटी सेवाएं प्रदान की जाती  हैं। कॉलेज में प्रौद्योगिकी-सक्षम श्रेणियों के अतिरिक्त उन्नत प्रयोगशालाओं सहित नवीनतम बुनियादी ढांचा(Basic structure)तैयार किया गया है। यह शिक्षण, नैदानिक ​​अभ्यास(Clinical Practice,)के अलावा अनुसंधान(Research)पर केंद्रित है।

10.) दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH,Punjab):- पंजाब में दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) के की स्थापना वर्ष 1964 में की गई थी और यह उत्तर भारत की माने तो इसमें में 1326 बेडेड (समावेशी 800 शिक्षण बिस्तर का प्रबंध) तृतीयक देखभाल शिक्षण अस्पताल की श्रेणी में आता है। 

 

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