वार्ड सदस्य का वेतन कितना है वार्ड सदस्य का वेतन 2022 वार्ड पंच की सैलरी वार्ड सदस्य का वेतन कितना है 2022
वार्ड पंच:- गांव का सबसे छोटा राजनीतिक पद वार्ड पंच का होता है। वार्ड पंच भी गांव में किसी एक निश्चित वार्ड में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गांव में एक से अधिक कितने भी वार्ड हो सकते हैं। यह गांव के आधार पर निर्भर करता है। हर एक वार्ड के लिए एक वार्ड पंच का चुनाव होता है। वार्ड पंच का चुनाव हर 5 साल के पश्चात पुनः कराया जाता है। वार्ड पंच को एक वार्ड का मुख्य कहा जाता है। वार्ड पंच पंचायती राज व्यवस्था का सबसे छोटा प्रशासनिक पद माना जाता है।वार्ड पंच अनेकों वार्ड में विभाजित हो जाता है। प्रत्येक वार्ड में एक निर्वाचित क्षेत्र होता है। उस निर्वाचित क्षेत्र में वार्ड स्तरीय मतदाता निर्वाचित क्षेत्र के अंदर रहने वाले मतदाता वार्ड पर एक वार्ड पंच का चयन होता है। पंचायती राज व्यवस्था में वार्ड पंच एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से वार्ड पंच की सैलरी , वार्ड सदस्य का वेतन 2021 , वार्ड पंच की सैलरी 2021 , वार्ड पंच की सैलरी कितनी होती है , Ward Panch Ki Salary in Rajasthan 2021 , वार्ड पंच का मासिक वेतन , वार्ड सदस्य का वेतन Rajasthan , वार्ड सदस्य का वेतन राजस्थान , वार्ड पंच का वेतन कितना है 2021 इसके बारे में बात करेंगे।
वार्ड पंच के कार्य:-
- 1. वार्ड पंच ग्राम पंचायत में घटित होने वाला सबसे छोटा प्रतिनिधित्व पद पर कार्यरत व्यक्ति है। जो गांव के एक वार्ड का मुखिया कहलाता है। वार्ड के मुख्य को वार्ड पंच कहते हैं। ग्राम पंचायत में वार्ड पंच की अहम भूमिका होती है।
- 2. ग्राम पंचायत आने वाले कई प्रकार के कार्यों को वार्ड पंच द्वारा निर्वाचित करके उसे ग्राम पंचायत से जोड़कर अपने वार्ड के लोगों को उस योजना का फायदा दिलाते हैं।
- 3. वार्ड पंच कई प्रकार के सरकारी दस्तावेज बनाने में भी अपने हस्ताक्षर कर सकते हैं।
- 4. वार्ड पंच को कई कार्यों के लिए अपने वार्ड में ग्राम पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ बैठक आयोजित करने की छूट होती है। उस की अध्यक्षता वार्ड पंच खुद भी कर सकता है।
- 5. वार्ड सभा में सदस्यों की संख्या न्यूनतम होती है। वार्ड के सदस्यों की संख्या का दसवां हिस्सा वार्ड पंच द्वारा आयोजित की गई बैठक में उपस्थित रहना जरूरी है।
- 6. पंचायती राज अधिनियम के अनुसार वार्ड पंचायत के पास कई प्रकार के कार्य और शक्तियां होती है। जिसका जिम्मेदार वार्ड पंच होता है।
- 7. वार्ड पंच अपने क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए कई प्रकार की योजना तथा विकास कार्यक्रम के लिए ग्राम पंचायत में प्रस्ताव रख सकता है और ग्राम पंचायत विकास योजना में अपने वार्ड के लोगों को शामिल करके उन्हें इस योजना से लाभ दिलवा सकता है।
- 8. निर्धारित मापदंडों के आधार पर योजना के लाभार्थी के रूप में वार्ड पंच उपयुक्त व्यक्तियों की पहचान करता है और उसके पश्चात जो लोग योजना से लाभ प्राप्त करने योग्य है। उन्हें उस लाभ को प्रदान करने का काम करता है।
- 9. वार्ड पंच पेंशन तथा अनुदान जैसी सरकार द्वारा चलाई गई कई कल्याण योजनाओं में लाभ पाने वाले व्यक्तियों की पात्रता का सत्यापन करता है। उनके दस्तावेज को सत्यापित करके उन्हें इस योजना में लाभ दिलवाने में मदद करता है।
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वार्ड पंच की सैलरी (वार्ड सदस्य का वेतन कितना है):- राजनीतिक तौर पर बात की जाए तो देश का सबसे छोटा राजनीतिक नेता वार्ड पंच होता है और गांव का भी सबसे छोटा नेता वार्ड पच होता है। वार्ड पंच मात्र सिर्फ एक वार्ड का मुखिया होता है। एक गांव में दो या दो से अधिक विवाद हो सकते हैं। सबसे छोटा नेता होने के बावजूद भी वार्ड पंच कई प्रकार के कार्यों को संपन्न करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन वार्ड पंच की सैलरी राजनीतिक नेताओं की तुलना में सबसे कम होती है। वार्ड पंच को भारत में सातवें वेतन आयोग के लागू होने के पश्चात 500 से ₹600 प्रतिमाह वेतन मिलता है। इसके अलावा वार्ड पंच महीने में एक मीटिंग में उपस्थित होने पर ₹100 अलग से दिए जाते हैं।
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