सरपंच गांव का मुखिया होता है। सरपंच को गांव का लीडर कहा जाता है।

सरपंच गांव का मुखिया होता है। सरपंच को गांव का लीडर कहा जाता है।

सरपंच के कार्य और प्रोफाइल

गांव के मामलों में कई प्रकार के फैसले सरपंच द्वारा लिया जाता है। ग्राम पंचायत से जुड़े हर कार्य को सरपंच निभाता है।

ग्राम पंचायत में सबसे ऊंचा पद सरपंच का होता है और ग्राम पंचायत की ऊंची भूमिका सरपंच द्वारा ही निभाई जाती है।

हमारे देश में करीब 29000 ग्राम पंचायत है। देश की 70% आबादी गांवों में निवास करती है। गांव के विकास और रखरखाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायत में लाखों रुपए राशि प्रदान करवाई जाती है।

सातवें वेतन आयोग के पश्चात सरपंच की सैलरी सरकार द्वारा 2500 से ₹3000 प्रति महीना तय की गई है। यह सैलरी ऐसे देखा जाए तो बहुत कम है।