भारत में हर प्रकार के खर्च का लेखा-जोखा करने के लिए भारत का नियंत्रक और महालेखा परीक्षक रखा गया है।
Comptroller and Auditor General of India
भारत में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक बनने के लिए आयु की सीमा 18 वर्ष से 65 वर्ष तक होती है। इस अवधि के बीच में व्यक्ति भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक का पद हासिल कर सकता है।
भारत का नियंत्रक और महालेखा परीक्षक का उल्लेख भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 से 151 के अंतर्गत किया गया है।
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक हर प्रकार की कंपनियों या देश के खाते में आए गए पैसे का लेखा-जोखा रखते हैं और देश के विकास के लिए खर्च किए गए पैसों का भी हिसाब नियंत्रक और महालेखा परीक्षक द्वारा रखा जाता है।