डॉक्टर कैसे बनें

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आज के युग में डॉक्टर (doctors specialization) बनने का युवाओं में ज्यादा अधिक क्रेज दिखाई देता है| इस दौर पर कुछ भी पाने के लिए मेहनत करनी ही पडती है क्योंकि बिना मेहनत किये कुछ भी नही पाया जा सकता है| डॉक्टर का क्षेत्र ऐसा है जिसके द्वारा हम समाज सेवा भी आसानी के साथ कर सकते है| यदि आपने भी सोच लिया है कि सीबीएसई की एआईपीएमटी परीक्षा के माध्यम से या फिर एमबीबीएस (MBBS) कोर्स करके डॉक्टर बनना हैं, तो यहाँ पर आपको इससे जुड़ीं जानकारी दी जा रही है जिसे आपको इसके माध्यम से परीक्षा में कामयाब होने में मदद मिलेगी |

Doctor full form :-

full form Doctor of Medicine होती है व ये इसको मूल रुप से लेटिन भाषा के Madicinae Doctor से लिया गया है जिसका अर्थ Teacher of Magician होता है चिकित्सा के क्षेत्र में ये एक बहुत बडी डिग्री होती है व MBBS डिग्री धारक व्यक्ति दवाएं व सर्जरी के क्षेत्र में भेद प्राप्त करने के लिए अधिकांश इस कोर्स को करते है अगर आप ये कोर्स करते हैं तो चिकित्सा के क्षेत्र में आप बहुत अच्छा भविष्य बना सकते हैं।

Doctor के लिए योग्यता :-

अगर आप एक Doctor बनने की चाहत रखते हैं तो सबसे पहले आपको 12 वीं कक्षा भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान के साथ कम से कम 60% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना है 12वीं Class पास करने के बाद Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery यानी MBBS की पढ़ाई करनी होती है MBBS Course की अवधि 4.5 वर्ष की होती है. MBBS कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र को किसी Medical College में 1 साल की Internship भी करनी होती है अगर आप MBBS Course में सफलता प्राप्त कर लेते हैं तो आपको Medical Counseling of India द्वारा योग्य Doctor के रूप में MBBS की Degree प्रदान कर दी जाती है |

Doctor हेतु आयु सीमा 

एनईईटी के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवार परीक्षा की तारीख के अनुसार अधिकतम 25 वर्ष का हो सकता है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के उम्मीदवारों को 5 साल की छूट मिलेगी, जिसका मतलब है कि वे अधिकतम 30 वर्ष के हो सकते हैं।
Doctor कैसे बने

Doctor की सैलरी :-

वर्तमान समय में करियर के रूप में चिकित्सा से जुड़ने वालों के लिए बहुत स्कोप है. जूनियर डॉक्टर के रूप में एक निजी या सरकारी अस्पताल में शामिल होने के अलावा, युवा डॉक्टर कॉर्पोरेट अस्पतालों में भारी वेतन के साथ आकर्षक प्लेसमेंट पा सकते हैं व्यक्तिगत डॉक्टर की योग्यता के आधार पर वेतन 15,000 से 25,000 रुपये के बीच कहीं भी शुरू करने के लिए होता है निजी प्रैक्टिस के साथ-साथ यह केवल उम्मीदवारों के लिए बेहतर होता है क्योंकि वे रोगियों का विश्वास जीतते हैं और क्लिनिक में अधिक से अधिक मरीजों को आकर्षित करने के लिए सद्भावना का प्रसार किया जाता है चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ अनुभव के बाद आप प्रति माह लगभग एक लाख से दो लाख तक कमा सकते हो |

Doctor चयन प्रक्रिया :-

एक अच्छा चिकित्सिक बनने के लिए आपको कई सारी चीजों के बारे में स्टडी करनी होहती है। इसके लिए आपको दिन-रात पढ़ना पड़ेगा और मेहनत करनी होगी। एक अच्छा डॉक्टर बनने के लिए कौन-कौन से स्टेप की जरूरत होती है इसके बारे में हम आपको पूरी प्रक्रिया के बारे में बताएंगे

10वीं के बाद बायोलॉजी लेना –

अगर आप 10वीं क्लास में हैं तो इससे नीचे की क्लास में आपको साइंस साइड ही लेना होगा। डॉक्टर बनने का ख्याल बच्चों के मन में एकदम से नहीं आता है इसलिए पहले से ही इसकी तैयारियां शुरु कर देनी चाहिएय़ 10वीं में बायोलॉजी सबजेक्ट जरूर लेना चाहिे और इसके साथ ही 11वीं और 12वीं में फिजिक्स अच्छे से पढ़नी चाहिए। बायोलॉजी सबजेक्ट की पढ़ाई अच्छे से करें और हमेशा अच्चे मार्क्स लाएं। केमिस्ट्री में भी आपको अच्छा ध्यान देना चाहिए क्योंकि लाइफटाइम अगर आप सफल डॉक्टर बन गए तो बहुत काम आने वाला है।

एंट्रैंस एग्जाम की तैयारी करना –

11वीं और 12वीं क्लास पास करने से पहले ही एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी शुरु कर देनी चाहिए। 12वीं क्लास पास करने के बाद एंट्रेंस एग्जाम यानी कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए ये क्लियर करना होगा। एंट्रेंस एग्जाम्स में लाखों बच्चे भाग लेते हैं लेकिन सभी का एंट्रेंस एग्जाम्स में क्लियर नहीं हो पाता है। अगर आप डॉक्टर बनने के लिए सच में सीरियस हैं तो आपको इन बातों का ध्यान जरूर देना चाहिए- 11वीं और 12वीं के विषयों को अच्छे से पढ़ें और रट्टा ना मारते हुए उन्हें समझने की कोशिश करें। यहां पर आपने जितना पढ़ा है उसमें से 40 प्रतिशत मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम्स में आता है। ध्यान रहे कि 12वीं आपके कम से कम 50 प्रतिशत मार्क्स जरूर होने चाहिए।
कोशिश करें कि 11वीं क्लास से ही मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करना शुरु कर दें और इसके एग्जाम काफी मुश्किल होते हैं इसके लिए तैयारी बहुत पहले ही कर देनी चाहिए। एंट्रेंस एग्जाम्स को क्लियर करने के लिए आपको एक बेस्ट कोचिंग सेंटर ज्वाइन कर लेना चाहिए। ऐसे कई इंस्टिट्यूट हैं जो एंट्रेंस एग्जाम्स की तैयारियां करवाते हैं। इंटरनेट की मदद से भी आप घर पर ही एंट्रेंस एग्जाम्स की तैयारी कर सकते हैं। यहां दी गई टिप्स कई बड़े डॉक्टर्स की राय पर आते हैं तो एक बार यहां से भी पढ़ने की जरूरत होती है।

मेडिकल कॉलेज में लाएं अच्छे मार्क्स –

जैसे ही आपने एंट्रेंस एग्जाम पास करके एक अच्छे कॉलेज में पढ़ने लगेंगे तो आपको करीब साढे चार साल के लिए पढ़ाई करनी होगी। एक सफल डॉक्टर बनने के लिए हर 6 महीने पर होने वाले एग्जाम में आपको अच्छे मार्क्स लाने चाहिए। इसके बाद आपको करीब 1 साल के लिए किसी मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप करनी होती है।

डॉक्टर बनने के लिए इंटर्नशिप –

मेडिकल से पढ़ाई पूरी करने के बाद कम से कम 1 साल तक आपको इंटर्नशिप करना चाहिए। किसी नर्सिंग होम या किसी बेस्ट डॉक्टर्स के अंडर आपको सीखना चाहिए। 1 साल के लिए किसी मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप करना जरूरी होता है यानी इसका मतलब ये होता है कि 5.5 साल पढना होगा। एक डॉक्टर बनने के लिए जैसे ही एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करके इंटर्नशिप करना चाहिए और इसके बाद आपको मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) द्वारा डिग्री दी जाती है और इसके बाद आप किसी भी हॉस्पिटल में डॉक्टर बन सकते हैं। इसके आगे अगर आप किसी चीज के स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं तो आप एमबीबीएस की पढाई के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।

Doctor के कार्य :-

एक डॉक्टर नीचे दिए गए कार्यों को निष्पादित करता है उसकी विशेषज्ञता के आधार पर –
1) रोगियों की जांच करना और उसका निदान करना
2) जरूरमंदों के लिए दवाएं लिखना
3) सर्जरी करना
4) नर्स पैरामेडिकल और सहयोगी हेल्थकेयर श्रमिकों सहित कर्मचारियों का प्रबंधन करना
5) रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को बिमारियों के बारे में शिक्षित करना
6) रोगियों के रिकॉर्ड की जांच करना और उनकी recovery/rehabilitation पर नजर रखना

 Doctor Related Course:- 

1) मेडिकल कोर्स
2) बीएससी नर्सिंग
3) BPT (फिजियोथेरेपी)
4) BUMS (यूनानी चिकित्सा)
5) एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन)
6) एमएस (सर्जरी के मास्टर)
7) डीएम (चिकित्सा में डॉक्टरेट)
8) बी। फार्म (बैचलर ऑफ फार्मेसी)
9) बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी)
10) बीओटी (व्यावसायिक चिकित्सा)
11) डी। फार्म (आयुर्वेदिक, सिद्ध चिकित्सा)
12) बीएमएलटी (बैचलर ऑफ मेडिकल लैब तकनीशियन)
13) एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी)
14) BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
15) बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी)

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